बोलते समय वाक्यों में जो सुर का उतार-चढ़ाव होता है, उसे अनुतान कहते हैं।
अनुतान को वाक्य का अभिलक्षण माना जाता है। एक ही वाक्य को जब भिन्न-भिन्न अनुतानों में (के साथ) बोला जाता है, तो वह भिन्न-भिन्न अर्थ देता है;
जैसे :-
यह बहुत अच्छी तस्वीर है।
यह बहुत अच्छी तस्वीर है?
यह बहुत अच्छी तस्वीर है!
उपर्युक्त तीनों वाक्यों में आए पद एक ही हैं, किंतु अनुतान की भिन्नता के कारण पहला वाक्य सामान्य कथन है, जबकि दूसरा वाक्य प्रश्नसूचक कथन और तीसरा वाक्य विस्मयसूचक कथन है।
अध्यापक द्वारा बालकों को अनुतान का ज्ञान कराना चाहिए ताकि वे वाक्य के अर्थ को ठीक प्रकार से ग्रहण कर सकें।